जैसा कि हम जानते हैं, मानसिक स्वास्थ्य पर पोषण का बड़ा प्रभाव होता है। ओमेगा-3 और ओमेगा-6 दोनों ही मस्तिष्क के लिए जरूरी हैं, लेकिन इनका संतुलन बिगड़ जाने पर मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। विशेष रूप से, मस्तिष्क में इनके संतुलन का प्रभाव मूड और मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है।
ओमेगा-3 का समर्थन शोधकर्ताओं द्वारा अच्छा मूड बनाए रखने में किया गया है। यह तनाव और चिंता को कम करने में मददगार सिद्ध हो सकता है। दूसरी ओर, ओमेगा-6 की अत्यधिक मात्रा मस्तिष्क में सूजन बढ़ाने का काम कर सकती है। इसका कारण यह है कि अधिक ओमेगा-6 का सेवन साँथ ही सम्बंधित फैटी एसिड का स्राव बढ़ा देता है।
                        अच्छी सेहत के लिए जरूरी है कि आप ओमेगा-3 और ओमेगा-6 का संतुलन बनाकर रखें। यह संतुलन बनाए रखने के लिए कुछ सुझाव हैं:
अपने आहार में ज्यादा से ज्यादा प्राकृतिक स्रोत शामिल करें। इससे आपके शरीर के पोषण का बेहतर संतुलन बना रह सकता है।